सम्हार के राखे वाला अंक
‘हम भोजपुरिआ’ के पहिला अंक पढ़े के मिलल। महात्मा गांधी पर एतना जादा सामग्री के संकलन पहिला बेर देखनी। गांधी जी के जन्म के 150 वीं जयंती पर एसे अच्छा श्रद्धांजलि ना हो सकेला। सिन्हा साहेब के यात्रा डायरी पढ़ के बहुते अच्छा लागल। आज के समय में गांधी जी के पदचिन्ह पर चले वाला बहुत कम लोग बा। एह पत्रिका के ई संस्करण के हम सम्हार के रखेम। सम्पादक जी के संगे-संगे पूरा टीम के बहुत-बहुत बधाई।
नीरज कुमार
सिवान, बिहार
मोबाइल पऽ भोजपुरी पत्रिका पढ़ीं
‘हम भोजपुरिआ’ के पहिला अंक पढ़े के मिलल। कहे खातिर त ई पहिलके अंक ह बाकिर एकरा में जतना पठनीय सामग्री बा ओकरा के देखके अइसन नइखे लागत कि ई पहिलके अंक ह। गांधी जी के ऊपर विशेषांक बढि़या लागल। भोजपुरी भाषा के मजबूती खातिर ई अंक एगो मिल के पत्थर साबित होई, अइसन हमार भरोसा बा। आज डिजिटल जमाना में ई-पत्रिका के महत्त्व बढ़ गइल बा। आज सभ लोगिन के हाथ में मोबाइल आ इंटरनेट पहुंच गइल बा। अइसे में रउआ अपना मोबाइल पऽ भोजपुरी में एह पत्रिका के पढ़ सकत बानी। एह से बढि़या भोजपुरी आ हमनी जइसन भोजपुरी प्रेमियन खातिर का का होई।
संतोष कुमार, रेलवे कॉलोनी,
हाजीपुर, बिहार
संस्कार, संस्कृति आ संवाद के पत्रिका
‘हम भोजपुरिआ’ के ई-मैगजीन पढ़नी, पढ़के मन गद-गद हो गइल, अइसन-अइसन चीज मालूम पड़ल जवन हम जानतो ना रहनी। ई जान के खुशी भइल कि हमनी के बिहार, हर क्षेत्र में शुरुए से आगे बा। एह पत्रिका में गांधी जी के बारे में जवन भी जानकारी दिहल गइल बा शायदे केहू के गूगल बाबा के घरे मिली। हम एह पत्रिका के संपादक आ ‘हम भोजपुरिआ’ के टीम के बधाई देत अइसन जानकारी देला खातिर आभार व्यक्त करत बानी। अगिला अंक के इंतजार रही।
पूजा कुमारी,
मीरगंज (बिहार)
उपयोगी पत्रिका
‘हम भोजपुरिआ’ के ई-पत्रिका के सबसे पहिले हम लुक के बात करब जे हमरा के अपना ओर खींचलस, एकर जवन कलर आ बनावट बा आ एपर लिखल सबसे आकर्षित करे वाला शब्द जवन हमरा लागल, ऊ रहल फोटउओ बोलेला। हमरा ई कहे में कवनो हिचक नइखे कि ई मैगजीन बाकी सब मैगजीन से अलग बा। एह मैगजीन के जवन बाकी मैगजीन से अलग करत बा उ ह एमें मौजूद चार गो अलग-अलग भाषा में बहुत ही बढि़या गीत। हम गीत के एह से बोलत बानी काहे की ई सभ गीत सीधा जमीन से जुड़ल लोगन के शिक्षा देवे वाला बा, जइसे हम एगो दूगो गीत के नाम लेहब ‘गांधी के राम राज, मोदी के सुराज’, ‘स्वच्छ रही अब भारत’, जैविक खेती, छोड़ द प्लास्टिक, नशाबंदी, कश्मीर से धारा 370 आदि अइसन तमाम मुद्दा जेकर देश के लोगन के जानकारी होखे के चाहीं ओपर गीत के माध्यम से बहुत नीमन सनेस दिहल गइल बा। हम ‘हम भोजपुरिआ’ परिवार के शुभकामना देत अगिला अंक के पढ़े खातिर उत्सुक बानी।
सुचित्रा पाण्डेय,
सिवान, बिहार
अंक सचमुच संग्रहणीय बा
महात्मा गांधी के 150 वीं जयंती पर ‘हम भोजपुरिआ’ पत्रिका के 150 पेज के विशेषांक पढ़नी ह। एह में भोजपुरी लोक गीतन में गांधी, भोजपुरी कविता में गांधी, भोजपुरी साहित्य में गांधी, गांधी के 150 साल, गांधी आ बत्तख मियां, लाजवाब कम्युनिकेटर गांधी, बिहार के लोग आ गांधी, चम्पारण के गांधी अउर सिनेमा में गांधी जइसन 13 गो आलेख, काव्य खंड में गांधी जी पर दुर्लभ कविता, फोटउओ बोलेला में गांधी के 20 गो रूप, गांधी संकल्प यात्रा अउर एह यात्रा के 17 गो गीत चार भाषा में शामिल बा। सबसे बड़ बात कि गांधी जी पर अब तक भोजपुरी में जवन महत्वपूर्ण काम भइल बा, गांधी जी आ भोजपुरी के किताब नामक आलेख के अंतर्गत फोटो छाप के ओकर चर्चा भी कइल गइल बा। सांच कहीं त भोजपुरी समाज खातिर गांधी जयंती के 150वां वर्ष में एह से बढि़या तोहफा ना हो सकत रहे। अंक सचमुच संग्रहणीय बा। ‘हम भोजपुरिआ’ के टीम बधाई के पात्र बा।
पुरुआ टीम