कोरोना के ओह पार …

संपादक – मनोज भावुक बबुआ रे, ई देश-विदेश काहे बनल ?…काहे बन्हाइल बाँध सरहद के ?…दुनिया के ऊपर एके गो छत -आसमान आ एके गो जमीन-धरती। के कइलस टुकड़ा-टुकड़ा?…झगड़ा के गाछ के लगावल? के बनावल नफ़रत के किला ?… का दो, धरती माई हई। माईयो टुकी-टुकी ??? एह टुकी-टुकी में हीं सारा समस्या के जड़ […]