ए छठी मईया, सुनि लs अरजिया हमार

संपादक- मनोज भावुक हमरा बुझाला जे छठी मईया के भोजपुरी गाना बहुत पसंद बा। उ हर अरज गीतवे में सुनबे करेली। घर से घाटे निकले से लेके, घाट पर भर पूजा चाहे घाट से लौट के कोशी भरे या फेर भोरे अरघ देवे तक उहे– तिले-तिले गीत। गायको लोग ई बात बुझ गइल बा। दे […]