गाँव में गूँजत नइखे ए हो रामा…

लेखक- मनोज भावुक गाँवे आइल बानी. गाँवे माने कौसड़, सिवान, बिहार. बड़का बाबूजी के तबीयत सीरियस बा. 94 साल के उम्र भइल. उम्र के असर बा. बाकी त चारो तरफ कोरोना के असर बा. कोरोना देश-दुनिया के तबाह कइले बा. लोग तड़प-तड़प के मुअता. उत्सव के एह महिना में चारो तरफ मातम बा. रउरा सभे […]

पारंपरिक गीत च‌इता

डॉ. भोला प्रसाद आग्नेय हिंदी कलेंडर के पहिला महीना च‌इत में च‌इता गावल जाला। होली के दिन ले फगुआ गवाला आ ओही दिने आधी रात के बाद सुर लय ताल बदल जाला आ च‌इता शुरू हो जाला। च‌इत महीना में फसल के कटाई शुरू होला आ नया फसल से आपन भण्डार भरे के आसार ल‌उके […]