कुँवर सिंह के आखिरी रात

मनोज भावुक 26 अप्रैल 1858 के रात कुँवर सिंह के आखिरी रात रहे। तीन दिन पहिले 23 अप्रैल के 80 बरिस के एह घायल शेर के कटल हाथ पर कपड़ा बन्हाइल, ओकरा ऊपर से चमड़ा के पट्टा से ढ़ाल के बान्हल गइल, तिलक लगावल गइल। फेर त ई राजपूती तलवार अंगरेजन के गाजर-मूली के तरह […]