आकाश महेशपुरी
युग युग से भारत के महिमा
गावत ई सकल जहान हवे
ई भारत देश महान हवे
पूरा भारत घर आपन हऽ
घर में सबके आराम मिले
एही घरवा में मिले हवा
भोजन पानी अविराम मिले
बा जनम मिलल ये धरती पर
ई धरती सबकर जान हवे-
ई भारत देश महान हवे
ना मनइन में बा भेद इहाँ
जइसे कुरान बा वेद इहाँ
जे जाति-धरम में बांटेला
दीहल जाला ऊ खेद इहाँ
मिल-जुल के सभे रहे हरदम
भाईचारा पहिचान हवे-
ई भारत देश महान हवे
बा ताजमहल आ लालकिला
एलोरा आ जंतर मंतर
बा किसिम किसिम के भारत में
मंदिर मस्जिद आ गिरिजाघर
युग युग ले नूर रही एकर
जइसे सूरज आ चान हवे-
ई भारत देश महान हवे
सागर शीतलता दे ताटे
आ माथे सजल हिमालय बा
नदिया, झरना बा हरियाली
दुनिया तऽ एकर कायल बा
ई कोयल के हऽ मधुर गीत
आ कलियन के मुस्कान हवे-
ई भारत देश महान हवे
गांधी, गौतम, अब्दुल कलाम
बा कृष्ण राम के नाम इहाँ
नानक आ महावीर स्वामी
कइले बालो सदकाम इहाँ
ई धरती सूर कबीरा के
आ तानसेन के तान हवे-
ई भारत देश महान हवे
जे जहवे बा ऊ तहवे से
लागल बा देश सजावे में
वैज्ञानिक खोजे में लागल
अभियंता देश बनावे में
सैनिक सीमा पर पहरा दे
खेती में डटल किसान हवे-
ई भारत देश महान हवे