पानी प पानी लिखे के कोशिश

संपादक- मनोज भावुक विचार से बढ़ के ताकतवर दुनिया में कुछु नइखे। मन में जब जइसन विचार चलेला, देह आ चेहरा के हाव-भाव ओइसने हो जाला। विचार में सुख के दुःख आ दुःख के सुख में बदले के ताकत बा। महत्वपूर्ण ई बा कि हम कवनो घटना के कइसे देखत बानी। देखे के ताकत आँख […]
कोचिंग से बेसी ‘ सोचिंग ‘ के जरुरत बा

संपादक- मनोज भावुक टीवी पर रात-दिन एगो ऐड आवsता, जे, मैंने अपने बच्चे को कोचिंग से निकालकर सोचिंग में डाल दिया है। खैर, ओह ऐड के संदर्भ दोसर बा बाकिर व्यापक फलक पर देखला पर ई बहुत कुछ सोचे-समझे खातिर मजबूर कs रहल बा। एह कोरोने काल के देख लीहीं। लोग अपना राजनीतिक पार्टी, सम्प्रदाय, […]
कोरोना काल का आदमी के आदमी बना सकी ?

संपादक- मनोज भावुक कोरोना पॉजिटिव होके कोरोना प लिखल आसान ना होला। हँथवा काँपे लागेला। काँपतो बा। लैपटपवा प बइठत बानीं आ लिखे खातिर जोर मारत बानीं त आँखी के सोझा अइसन केतना चेहरा नाँच जाता जे आज से दस दिन पहिले ले सङे हँसत-बोलत-बतियावत रहे आ आज ओह में से केहू के अस्थि विसर्जित […]
हम काटब गेहूं, गोरी कटिहs तू मुसुकी

संपादक- मनोज भावुक शादी के सालगिरह पर अपना पत्नी के मुस्कुरात तस्वीर के साथे केहू पोस्ट डलले बा कि – ‘’ तुम्हारी मुस्कुराहट मेरे लिए ऑक्सीजन है और तुम वैक्सीन। सदा खुश रहना और साथ रहना। ‘’ चारो तरफ कोरोना के तांडव चलsता। सोशल मिडिया श्मशान घाट बनल बा। सगरो चीख-चिल्लाहट, रोना-रोहट, दहशत आ घबड़ाहट […]
फगुनाहट हs कि कोरोनाहट

संपादक- मनोज भावुक परसाल होली पनछुछुर रहे काहे कि भारत में कोरोना वायरस के मामला रफ़्तार पकड़ल शुरू क देले रहे। लोग डेराइल शुरू क देले रहे। ओकरा बाद स्कूल-कॉलेज बंद भइल, अंतरराष्ट्रीय उड़ान पर रोक लागल आ ओकरा बाद त मिललो-जुलला प रोक लाग गइल। लाग गइल लॉकडाउन आ सोशल एनीमल सोशल डिस्टेंसिंग के […]
संपादकीय में समाइल कोरोना

संपादक- मनोज भावुक मार्च 2020 में आइल कोरोना महामारी पूरा साल आदमी के अस्तित्व के झकझोरत रहल. अभियो टीस मारते बा. एह दरम्यान बहुत कुछ सोचे-समझे खातिर आदमी मजबूर भइल. हमरो मन में उथल-पुथल रहल. बहुत कुछ पाकल, बहुत कुछ फूटल आ उ संपादकीय के पन्ना पर ओह कालखंड के दस्तावेज के रूप में अंकित-टंकित […]
कोरोना विशेषांक … ताकि सनद रहे

संपादक- मनोज भावुक 3 मार्च ह आज। दिन बुधवार ह। आजे राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद दिल्ली के RR हॉस्पिटल में कोरोना वैक्सीन के पहिला डोज लेले हं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृह मंत्री अमित शाह, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, स्वास्थ्य मंत्री हर्षवर्धन, बिहार के मुख्यमंत्री नतीश कुमार, ओडिशा के मुख्यमंत्री नवीन पटनायक आ केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद […]
भोजपुरी जंक्शन के एक साल भइल पूरा

संपादक- मनोज भावुक भोजपुरी जंक्शन (हम भोजपुरिआ) के प्रकाशन के एक साल पूरा हो गइल। ई चौबीसवां अंक ह, जवना में चौदह अंक ‘’ हम भोजपुरिआ ‘’ के नाम से निकलल आ ओकरा बाद एह पाक्षिक पत्रिका के नाम हो गइल- ‘’ भोजपुरी जंक्शन ’’। भोजपुरी जंक्शन के ई दसवां अंक ह। एह पत्रिका के […]
भले भारत कृषि प्रधान देश ह…

संपादक- मनोज भावुक भारत कृषि प्रधान देश ह बाकिर टू वन जा टू आ टू टू जा फ़ोर वाला जेनरेशन के ई पते नइखे कि गेहूँ आ धान के बाल में का अंतर बा। मुरई आ गाजर जमीन के ऊपर लटकेला कि नीचे। भारत के आत्मा गाँव में बसेला आ भारत के भविष्य ‘यूथ’ शहर […]
शुभ हो, मंगलमय हो नयका साल

संपादक- मनोज भावुक साल 2020… मनुष्य के औकात बतवलस। चिरई-चूरूंग, कुक्कुर-बिलार अँगना-दुअरा फुदुकत-कुदुकत रहल आ मानुष मुँह प जाबी (मास्क) लगवले घर में दुबुकल। आदमी सामाजिक प्राणी ह बाकिर ओकरे सामाजिक दूरी बना के रहे के पड़ल, पड़sता आ आगे देखीं, कब ले ?… अभियो अमिताभ बच्चन फोनवा प बोलते बाड़े – ” नमस्कार, हमारा […]