चिठ्ठियो भइल राममय

सेवा में, संपादक, ‘हम भोजपुरिआ’ नई दिल्ली महाशय, राउर चितचोरिनी ई-मेल पत्रिका ‘हम भोजपुरिआ अपने देह-आत्मा के सौंदर्य-प्रभाव से अर्थात् अपने जादूई कलेवर आ ओकरे भीतर मौजूद विद्वान कवि-लेखकजन के खोजपरक चिंतन-मनन आ ग्यान-बिग्यान से भरल-पूरल निबंध-आलेख, गीत-कविता आदि के सुघराई के दिव्य […]