बाबू कुँवर सिंह तेगवा बहादुर

लेखक- मनोज भावुक 1857 के क्रांति के बारे में सभे पढ़ले बा, सुनले बा, जनले बा। अंग्रेज आ ओकनी से प्रभावित अधिकतर इतिहासकार एह महान क्रांति के सैनिक विद्रोह के नाम दे के भुलवावे के कोशिश कइलें बाकिर भारत के लोग एकरा के पहिला स्वतंत्रता संग्राम कहल। एह संग्राम में अइसे त एक से एक […]

प्रथम विद्रोही : महाराजा फ़तेह बहादुर साही

विश्वजीत शेखर देश के आज़ादी के पचहत्तर बरीस पूरा होखे वाला बा आ सरकार का ओर से ‘आज़ादी का अमृत महोत्सव’ नाँव से एगो कार्यक्रम चल रहल बा। एह कार्यक्रम में इतिहास में विस्मृत आज़ादी के नायक-महानायक लोग के भी चिन्हित क के उचित सम्मान देहला के योजना बा। ए कार्यक्रम के नज़र से अगर […]

चंपारण के गान्ही: पं. राजकुमार सुकुल

भगवती प्रसाद द्विवेदी महल के कंगूरा त अनसोहातो सभकरा के लोभावेला, बाकिर नेंव में दबल ईंटा के ना त केहू कीमत बूझेला, ना ओने निगाहे धउरावे के जरुरत महसूस करेला। इहां ले कि कंगूरो के एह तथ के एहसास ना होला कि नेंव के ईंटे के बदउलत ओकर माथ गरब से उठल बा। देश के […]

कुशल शासक शेरशाह सूरी के डाक व्यवस्था

अनुराधा कृष्ण रस्तोगी आपन भारत के इतिहास में इनल–गिनल महान परोपकारी शासक भइल बाड़न । ओकरा में एगो शेरशाह सूरी भी रहलें । इनकर दादा इबराहीम खां सूरी आ बाबू हसन खां सूरी सुल्तान बहलोल लोदी के शासन काल 1451-1989 में अफगानिस्तान से भारत आइल रहलें । शेरशाह के जन्म  कब कहां भइल रहे एकर […]

डाकटिकट में शेरशाह

सुरेन्द्र कृष्ण रस्तोगी आपन देश भारत के इतिहास में शेरशाह सूरी के एगो बिशेष स्थान बा। सासाराम  (रोहतास) में इनकर बाबू हसनशाह  सूरी के जागीर रहे । शेरशाह लड़कईयें से आपन बाबू के साथ रहत रहलें । समय के ऊतार-चढ़kव के दौरान शेरशाह सन् 1538 में बंगाल के गौड़ नगर में आपन ताजपोसी के जशन […]

नेता जी के अनन्य सहयोगी – महंथ धनराज पुरी

अजय कुमार पाण्डेय साल 1939 , बेतिया ( प. चंपारण ) बिहार , बेतिया के बड़ा रमना मैदान मैदान में भारी जन सैलाब जोश में भरल युवा । नेता जी सुभाष चन्द्र बोस के बेतिया आगमन आ उहां के भाषण सुने  खातिर  भारी भीड़ उमडल रहे । नेता जी के जिंदाबाद के नारा गुंजल आ […]

सन्तावन के गदर आ बाबू कुँवर सिंह

डाॅ० भोला प्रसाद आग्नेय ११ मई १८५७ के अभी भोर के किरिन दिल्ली के सड़कन पे उतरहीं वाली रहे तवले मेरठ से आइल सिपाहियन के एगो दल जमुना पार क के दिल्ली में घुस गइल. एक दिन पहिले इहे दल मेरठ में आपन अंग्रेज अफसर के आदेश माने से इनकार करत ओकर हत्या क देले […]

1857 के क्रांति के नायक मंगल पांडे

लेखक – मनोज भावुक बिहार से सटल पूर्वी उत्तरप्रदेश के एगो जिला बा, बागी बलिया। आधिकारिक नाम त बलिया ही ह बाकिर लोग शान से बागी बलिया कहेला। एकर कई गो कारण बा, पहिला त इहें 1857 के संग्राम के क्रांतिकारी मंगल पांडे जनमलें आ दुसरका कि आजादी से 5 साल पहिले 1942 में ही […]

स्वतंत्रता आंदोलन से जुड़ल सीवान के कई गो अनकहल इतिहास

डॉ. अमित कुमार मुन्नू आज़ादी के लड़ाई में भोजपुरी माटी के बड़हन योगदान रहल बा l भोजपुरी के ई क्षेत्र वीर-बाँकुड़न के जन्मभूमिये रहल बा l भारत के पहिला राष्ट्रपति देशरत्न डॉ. राजेन्द्र प्रसाद, चंपारण आन्दोल के मुख्य यजमान बाबू ब्रजकिशोर प्रसाद, बिहार के पहिलका ग़ैर कांग्रेसी मुख्यमंत्री महामाया प्रसाद सिन्हा, आज़ादी पावे खातिर काला […]

जंगे-आजादी में ‘लुटेरवा’

भगवती प्रसाद द्विवेदी जब 1857 में भोजपुरिया जवान मंगल पांडे के अगुवाई में सिपाही विद्रोह भइल, त सउंसे भोजपुरियन के लोहू उफान मारे लागल रहे आ जे जहवां रहे उहंवें से खिलाफत के सुर बुलंद कइल शुरू कऽ देले रहे। जन-जन में राष्ट्रीय चेतना के बोध करावे का गरज से देश के इतिहास, भूगोल, कुदरत, […]