दिवंगत भोजपुरी सेवी ( भाग – 11 )

डॉ. ब्रजभूषण मिश्र ” भोजपुरी साहित्य के गौरव ” स्तम्भ में दिवंगत साहित्य सेवियन के संक्षिप्त परिचय के सिलसिला पीछला कई अंकन से जारी बा। अब तक निम्नलिखित 93 गो दिवंगत साहित्यकारन के संक्षिप्त परिचय रउरा पढ़ चुकल बानी। ओह 93 गो साहित्यकार लोगन के लिस्ट पढ़ीं आ फेर आगे बढ़ीं। – संपादक अंक 11 […]
जो रे कोरोना तोर माटी लागो..

अतुल कुमार राय बात पिछला साल के ह। पश्चिम टोला के शशांकवा के बियाह मार्च में तय भइल। तब तक ना जाने कहाँ से ई माटीलगना कोरोना आ गइल। पंडित जी लइका-लइकी के बाप से कहनी कि जजमान,ढेर मत सोचीं। लइका-लइकी के देह से जून में एगो साइत बनत बा,कहीं त रख दी ? […]
भोजपुरी बालगीतः खेलवना

डा. स्वर्ण लता भोजपुरी बालगीत विविधता से भरल बा बाकिर भोजपुरी साहित्य के इतिहास में एह विषय पर चरचा खोजलो पर ना मिलेला। लोक साहित्य में बालगीत एकल गीत आ समूह गीत दुनो रूप में मिलेला। मुख्य रूप से बालगीत मनोरंजन के साधन हऽ। भोजपुरी बालगीत में खेल खेलवना, खेलवनिया पर गीत प्रचुर मात्रा में […]
माई-बाबूजी के रूप-गुण बिसर ना पावे

मार्कण्डेय शारदेय माई-बाबूजी के रूप-गुण बिसर ना पावे। बाबूजी के कद सामान्य आ रंग गोर रहल, बाकिर माई के रंग विशेष गोर रहे। ओकरा जइसन सुन्दर हमरा घर में कवनो पतोह ना आइल लोग। दूनो बेकत पान के शौकीन रहन। बाबूजी पान लगावसु तs माइयो के देसु आ माई पान लगावे तs बाबुओजी के देउ। पनबट्टा पासे […]
सुपर हीरो रहलें माई बाबूजी

डाक्टर मञ्जरी पाण्डेय ई महमारी में कतना लोगिन कै आंखि खुल गइल। हम जिनका के देहाती गँवार बूझत रहनी ऊहै भइल बाड़े सुपर हीरो। आज ऊ लोग परलोक में बाड़ें बाकी रोज़े याद आवतान। काहें कि आज ई महमारी से उबरले खातिर जवन गाइड-लाइन सरकारी भा ग़ैर सरकारी जारी भइल बा। ईहे त हमनी के […]
अपना घरे

महेंद्र प्रसाद सिंह हमार बाबूजी स्व. गोविन्द सिंह ( जनवरी 1900 से 15 जनवरी 1990 ), एगो बहुते आदर्श शिक्षक रहीं आ हमार माई स्व. जोन्हा देवी (1919 से 7 जुलाई 2014), एगो कुशल आ कर्मठ गृहिणी। बाबूजी आचार्य शिवपूजन सहाय के शिष्य रहनी आ अपना कैरियर के शुरुआत राजपूत हाई स्कूल छपरा में एगो […]