आखिर के के दीहल मौत के सौदागर तब्लीगी जमात के संरक्षण ?

लेखक – आर. के. सिन्हा  जब तब्लीगी जमात के काला करतूतन के काला चिट्ठा खुलो त ओह राजनेतन आउर स्थानीय निकाय के बाबू लोगन के भी छोड़ल ना जाव जे तब्लीगी जमात के आपन खुला खेल खेले के अनुमति देले रहे। ओह राजनेतन के नाव जाहिर होखे के चाहीं जे तब्लीगी जमात के बेशर्मी के […]

लोक बनवले बा बाबू कुँवर सिंह के इतिहास पुरुष

संपादक- मनोज भावुक कवनो चीज के कथा-कहानी के रूप में देखल आ ओकरा के भोगल दूनों दू गो बात ह। दूनों के मरम अलग होला। अबहीं सउँसे विश्व में कोरोना महामारी के प्रकोप बा। भारत में भी लॉक डाउन चलsता। लोग दहशत में बा। घर में कैद बा। केहू के बाल-बच्चा कहीं फँसल बा त […]

पाती

बहुते मनगर अंक सोझा आइल बा राम भारत के लोक, लोक के मरम आ लोक के धरम के पहिचान हवे।  लोक के मनोबिग्यान प जइसन पकड़ राम के बा ओइसन करेड़ पकड़ आउर कवनो महापुरुख के नइखे बनल। भोजपुरिआ  समाज में राम के सगुन रूप प निरगुन रूप आ भाव के ढेर भारी जोर रहल […]