राउर पाती

पढ़ीं भोजपुरी जंक्शन, देखीं एकर फंक्शन हम जब भोजपुरी जंक्शन के 01-15 अक्टूबर के अंक प्राप्त कइनी आ पढ़ल शुरू कइनी त पढ़ के मन खुश हो गइल। श्री मनोज भावुक जी के संपादकीय के भाषा बहुत ही सरल, सहज आ मनभावन होला आ एसे पाठक सब के पढ़े के जिज्ञासा हमेशा बनल रहेला। अबकी […]
एह दशहरा में कवनो पुतला ना …

संपादक- मनोज भावुक एगो त घर में तनाव बा। बाहर कुक्कुर बोलsतारs सन। इन्हनीं के टेंशन त देलहीं बाड़न स, तवना में कउवन के काँव-काँव अलगे चल रहल बा। एही में बिहार में चुनाव बा। नारा से बेसी भोजपुरी गाना गूँजsता। कोरोना के चलते जे बेरोजगार भइल बा ओकरा असहीं अंघी नइखे लागत। भोर के […]
राउर पाती

दमदार आ असरदार बा ‘भोजपुरी जंक्शन’ ‘भोजपुरी जंक्शन ‘के दोसरका अंक कई माने में दमदार आ असरदार जनात बा। एह सदी के उनईस बरिस में भोजपुरी सिनेमा में जवन बदलाव आइल बा, ऊ इहो सोचे पर अलचार करत बा कि ई तब्दीली कतना सकारात्मक बा। एह दौर के कलाकारन से रूबरू करवावे वाला मनोज भावुक […]
गाँधी जी के भोजपुरी कनेक्शन

संपादक- मनोज भावुक ई गाँधी जी के भोजपुरिये कनेक्शन बा कि 40 पेज के ई-पत्रिका के पहिलके अंक 152 पेज के महात्मा गाँधी विशेषांक बन गइल तबो मन ना भरल। फेर एगो विशेषांक रउरा हाथ में बा। विशेषांक का ? एकरा के विशेषांक पर विशेषांक कहीं। साँचों, इहो गजबे संजोग बा गाँधी जी के पुण्यतिथि […]
फाँसी होखे जासूसी के सजा

आर.के.सिन्हा चीन खातिर जासूसी के आरोप में गिरफ्तार वरिष्ठ पत्रकार राजीव शर्मा के गिरफ्तारी ये ज्वलंत बहस के जन्म दे देले बा कि का पत्रकार के कुछ भी करे के छूट मिलल बा? का ऊ लोग ये देश आ इहाँ के कानून से ऊपर बा? का अभिव्यक्ति के स्वतंत्रता के नाम पर सब कुछ […]
आधुनिक भोजपुरी सिनेमा के स्टार (2001-2019)

लेखक : मनोज भावुक रविकिशन रविकिशन आधुनिक भोजपुरी सिनेमा के पहिला सुपरस्टार हउवें। उनकर शुरुआत हिंदी सिनेमा से भइल बाकिर उनका नाम आ दाम भोजपुरी से मिलल। 17 जुलाई 1969 के मुंबई के सातांक्रूज इलाका में उनकर जनम भइल। उनकर पिता जी पहिले मुंबई में दूध के व्यापार करत रहलें। जब बिजनेस ठप पड़े […]
राउर पाती

भोजपुरी जंक्शन- “जइसन नाम ओइसन काम।” “हम भोजपुरिआ” के सफर से चलल आ वर्तमान में “भोजपुरी जंक्शन” के नाम से प्रकाशित सब अंक पढ़नी। पढ़ के इहे बुझाइल कि ई अपने आप में एगो विशेष पत्रिका बा। जइसे कवनो जंक्शन से बहुते ट्रेन अलग-अलग गंतव्य खातिर खुलेला, ओही तरह से ई “भोजपुरी जंक्शन” पाठक सबके […]
मुंबई में का बा ? …. त बिहारे में का बा ?

संपादक- मनोज भावुक सउँसे देश में शोर बा- मुंबई में का बा ? फ़िल्मकार अनुभव सिन्हा अउर अभिनेता मनोज वाजपेयी के जवन भोजपुरी रैप सगरो गूँजता, ओकर बोल बा – मुंबई में का बा ? डॉ. सागर के लिखल ह। हमार सवाल बा कि बिहारे में का बा ? पूर्वांचल में का बा ? अगर […]
स्वीडन आ बैंगलुरू हिंसा के मायने

आर.के.सिन्हा करीब एक दशक पहिले स्कैंडिनेवियायी देशन जइसे स्वीडन, फिनलैंड, डेनमार्क में इस्लाम के उपस्थिति नाममात्र के ही रहे, पर सीरियाई अरब शरणार्थी सबके खुला दिल से स्वीकार करे के उदारता के कारण आजकल उहाँ बवाल कट रहल बा, आग लागल बा। बतावल जा रहल बा कि उहाँ पर कुछ शरारती तत्व कुरान के साथ […]
भोजपुरी सिनेमा के प्रतिमान (1961-2000)

भोजपुरी सिनेमा के संवारे-सजावे आ प्रतिष्ठित करे में बहुत लोगन के योगदान बा। ओही में से कुछ नगीना के रउरा से परिचय करा रहल बानी। नाजिर हुसैन, अभिनेता, लेखक, निर्देशक नाजिर हुसैन के भोजपुरी सिनेमा के पितामह कहल जाला। उहें के प्रयास से भोजपुरी के पहिला फिलिम बन पावल। नाजिर साहेब हिंदी के बहुत सफल […]