नारीमन के संवाद

पुस्तक समीक्षा दिव्येन्दु त्रिपाठी कृति- हमहूँ बानी विधा- काव्य संग्रह संपादिका- डॉ. संध्या सिन्हा “सूफी “ प्रकाशक- सर्वभाषा ट्रस्ट, नई दिल्ली प्रकाशन वर्ष-2020 पृष्ठ संख्या- 111 मूल्य 200₹ (सजिल्द) “हमहूँ बानी” डॉ. सन्ध्या सिन्हा द्वारा संपादित भोजपुरी के पहिलका अइसन काव्य संग्रह ह जवना में खाली कवयित्री लोग के रचना शामिल बाड़ी स। डॉ. […]
नॉस्टेल्ज़िक होखे से बाँचल बाड़न रंजन विकास

पुस्तक- फेर ना भेंटाई ऊ पचरुखिया लेखक- डॉ. रंजन विकास विधा- आत्म-संस्मरण प्रकाशक- सर्वभाषा ट्रस्ट, नयी दिल्ली प्रकाशन वर्ष- 2022 पृष्ठ संख्या- 224 पेपर बैक, मूल्य- 250 रुपये सज़िल्द – 400 रुपये 03 फरवरी 1958 के बिहार के सीवान ज़िला में दरौली ब्लॉक के गौरी गाँव में पैदा भइल डॉ. रंजन विकास एगो ख़ुशहाल […]
ऐतिहासिक प्रबंधकाव्य ‘ दीपशलभ ‘

किताब: दीपशलभ लेखक: मार्कण्डेय शारदेय विधा: प्रबंध काव्य प्रकाशक:सर्वभाषा ट्रस्ट प्रकाशन प्रकाशन वर्ष : 2020 पृष्ठ संख्या : 84 मूल्य : 150 ₹ भोजपुरी में पौराणिक प्रसंगन भा चरितन पर रचित प्रबंधकाव्यन चाहे ऊ महाकाव्य होखे भा खंडकाव्य के संख्या बेसी बा। आधुनिको विषयवस्तु के ले के प्रबंधकाव्य भोजपुरी में रचत जात रहल बा। बाकिर […]
केतना लोग पतियाई ना !

पुस्तक: हमार गाँव (स्मृति आख्यान) लेखक: चंद्रेश्वर प्रकाशन: रश्मि प्रकाशन, 204, सनशाइन अपार्टमेंट, बी-3, बी-4, कृष्णानगर, लखनऊ प्रकाशन वर्ष: मूल्य: 200 रुपया चंद्रेश्वर जी के एगो किताब ह ‘हमार गाँव’। एह किताब में चंद्रेश्वर अपना गाँव के बीतल दिन के इयाद करत बाड़न। बचपन से लेके हाल हाल तक के अपना गांव के एकेक […]
भोजपुरी-साहित्य खातिर मील के पत्थर बा चिन्तन कुसुम

पुस्तक-चिन्तन कुसुम लेखिका-श्रीमती शैलजा कुमारी श्रीवास्तव विधा- निबन्ध प्रकाशक- भोजपुरी संस्थान,पटना पृष्ठ-155 मूल्य- 25 रुपया संस्करण- सन् 1989 भोजपुरी खातिर ई गौरव के विषय बा कि ‘चित्रलेखा पुरस्कार’ से पुरस्कृत ‘चिन्तन कुसुम’ जइसन ठोस विवेचनात्मक साहित्य-सर्जन अब भोजपुरी-साहित्य में हो रहल बा। ‘चिन्तन कुसुम’ श्रीमती शैलजा कुमारी श्रीवास्तव के लिखल- बात, जीवन के उद्देश्य, काव्य […]
हास्य व्यंग्य नाटक कचोट

किताब के नामः कचोट लेखक के नामः महेन्द्र प्रसाद सिंह किताब के विधाः भोजपुरी हास्य व्यंग्य नाटक प्रकाशक के नामः रंगश्री प्रकाशकन प्रकाशन वर्ष : 2001 पृष्ठ संख्या : 62 किताब के संशोधित मूल्यः 100 रु. भोजपुरी के शिष्ट साहित्यिक आ प्रतीकवादी नाटकन के परम्परा में सर्वोच्च स्थान रखेवाला भोजपुरी हास्य व्यंग्य […]
भोजपुरी के थाती – पहिलका डेग

कृति – पहिलका डेग रचनाकार– अशोक कुमार तिवारी विधा – कविता प्रकाशक– अखिल भारतीय भोजपुरी साहित्य सम्मेलन, पटना प्रकाशन वर्ष – 2014 मूल्य–१५० (एक सौ पचास रूपये मात्र) पृष्ठ –116 ‘पहिलका डेग’ सूर्यभानपुर, बलिया (उ0प्र0) के रहनिहार यशस्वी साहित्यकार अशोक कुमार तिवारी जी के पहिलका भोजपुरी काव्य संग्रह ह। भोजपुरी सम्मेलन पत्रिका के सम्पादक […]
मरले की बाद काहें लवटि आइल ऊ?।

कहानी पं. प्रभाकर पांडेय ‘बाबा गोपालपुरिया’ नींद अउर आंखि के रिस्ता अब एकदम्मे खतम हो गइल रहे। बार-बार उ इहे सोंचे लागल की बुजुर्ग इ काहें कहने हं की उ जवने सीट पर रहने हं उ अभिसापित बा, अउर साथे-साथे उ हमरा के अपनी टेसन ले जगले रहे के हिदायत दे गइने हं। खैर, अब […]
सराप

कहानी डॉ. सुमन सिंह आजी इनके-उनके टोवे लगलीं। आजी क लकड़ी नियन अंगुरी जेके छुआय जाय उहे कऊँच के कहे ‘ का हाड़ गड़ावत हऊ आजी। इंहवा तोहार बीनवा ना हे। कहीं होई कोने-अतरे लुकाइल-सोकताइल। कहनिया सुनावा न। आगे का भइल। का भइया लोग बचवलन जा अपने बहिन के ? की मर-बिलाय गइलीं? ‘ […]
पास बोलावे गाँव रे आपन

मनोज भावुक जिनगी के दुपहरिया खोजे जब-जब शीतल छाँव रे पास बोलावे गाँव रे आपन, पास बोलावे गाँव रे। गाँव के माटी, माई जइसन खींचे अपना ओरिया हर रस्ता, चौराहा खींचे खींचे खेत-बधरिया गाँव के बात निराला बाटे, नेह झरे हर ठांव रे। पास बोलावे गाँव रे आपन.. भोर इहाँ के सोना लागे हीरा दिन-दुपहरिया […]