मनोज भावुक ( एक ) ( कारगिल मोर्चा पर विदा करत नई नवेली दुलहिन के अन्तरात्मा ) लवटब त चौठारी होई…
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October 12, 2021
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डॉ. सविता सौरभ फेरू नया- नया कुछ करे के बिचार करीं जा। ऊ जे आवत बा अन्हरिया उजियार करीं जा।। …
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सुभाष चंद्र यादव ( एक ) कहाँ बा आपन हिंदुस्तान, दुलारा-प्यारा हिंदुस्तान। पागल मनवां खोज रहल बा बस आपन पहिचान।। कहाँ…
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डॉ. अशोक द्विवेदी (एक) जहवाँ हेरइलें आके बड़-बड़ ज्ञानी…., उहे देसवा झरे पथरो से पानी; उहे देसवा हवे मोर देसवा…
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झगड़ू भइया सोने क चिरई भारत हउऐ चिरई भइल लचार देख ला। लगत हौ झुण्ड बहेलियन क कइले हौ खेलवार देख ला।।…
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संगीत सुभाष फँसरी की रसरी प झुलुहा समझि के, जिअते जिनिगिया टंगाइल, ए भइया! तब जाके चान चमचमाइल। बिस्मिल, सुखदेव, भगत सिंह…
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आकृति विज्ञा ‘अर्पण‘ जब भारत क सुराज क सपना अकुलाहट के संघरी जन जवार के बीचे एठो आंदोलन के रूप में आइल…
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