लेखक: जयशंकर प्रसाद द्विवेदी १९७९ – १९८० के साल रहल होई , जब बुढ़िया माई आपन भरल पुरल परिवार छोड़ के सरग…
December 14, 2021
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लेखक: अजय कुमार पाण्डेय बिहार के पश्चिमोत्तर, नेपाल-उत्तर प्रदेश के सीमावर्ती जिला चंपारण के एगो भौगोलिक, ऐतिहासिक आ सांस्कृतिक दृष्टि से मशहूर…
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लेखक: डॉ. रंजन विकास गौरी हमार पैतृक गाँव हऽ। दरौली प्रखण्ड के अन्दर पड़ेला। हमार गाँव तीन नदी के बीच में घिरल…
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लेखक: मनोज भावुक हमरा ईयाद बा जब हम छठवां-सातवाँ में पढ़त रहीं त माई हर साल गरमी आ जाड़ा के छुट्टी में…
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लेखक- महेन्द्र प्रसाद सिंह सन 1990 के बात ह। हमार पहिलकी किताब, भोजपुरी नाटक, “बिरजू के बिआह” खातिर हमरे अखिल भारतीय भोजपुरी…
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लेखक- विनय बिहारी सिंह तीन गो एकदम सांच आ रोचक घटना हमनी के भोजपुरिया समाज के लौह पुरुषता के उदाहरण बाड़ी सन।…
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डॉ. अन्विति सिंह गुजरल दिन के कुछ-कुछ घटना अइसन ह जवन अकसरहे चेहरा पर मुस्कान लिया देवेला आउर याद अगर अम्मा, पापा…
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केशव मोहन पाण्डेय जब कवनो लेखक अपना निजी अनुभव के ईयाद क के कवनो मनई, घटना, वस्तु चाहें क्रियाकलाप के बहाने लिखेला…