सुरक्षा तंत्र के जान आ हिंदुस्तान के शान बा SIS … अउर बहुत दूरदर्शी बानी एकर संस्थापक पूर्व राज्य सभा सांसद श्री आर. के. सिन्हा…पूरा टीम के बधाई article credit:- India Today

जीवन – मृत्यु (डा0 सुनील कुमार उपाध्याय)

डा0 सुनील कुमार उपाध्याय सांस चलला के नांव जिनगी आ सांस बंद त मृत्यु (मुअल)। ई त भौतिक जगत के विधान ह। अपना देष के प्रसि़˜ संत स्वामी विवेकानंद जी लिखले बानी कि जौने दिन आदमी के जिज्ञासा खतम हो जाला ओही दिन आदमी मर जाला। हमनी के शास्त्र कहता कि मृत्यु त रूपान्तरण भा […]
हम न मरैं मरिहैं संसारा

आवरण कथा अनिरुद्ध त्रिपाठी ‘अशेष‘ अपने चैतन्यरूप वास्तविक स्वरूप के उपलब्ध होके आदि शंकराचार्यो एही परम सत्य के उद्घोष कइले रहें। कहले रहें-“हम न मन हईं, न बुद्धि हईं, न अहंकार हईं, न चित्त हईं, न कान हईं, न जीभ हईं, न नाक हईं, न ऑंख हईं, न आकाश हईं, न पृथ्वी हईं, न अग्नि […]
मौत के प्रकार आ विधि-विधान (डॉ. पुष्पा सिंह विसेन)

आवरण कथा डॉ. पुष्पा सिंह विसेन कई तरह के मौत होला जइसे कि जनमजात मौत, आकस्मिक मौत, अकाल मौत आ सामान्य मौत आदि। दसवाँ बहुते महत्वपूर्ण होला, ओह दिन दूर दराज के सब लोग घरे आ जाला जे चिता जरला के बाद काम धंधा पर गइल रहेला। दसवाँ के दिनें सबहि के दाढ़ी मोछ […]
जे जीए के जानी ऊहे मरे के जानी (डॉ. प्रेमशी)ला शुक्ल

आवरण कथा डॉ. प्रेमशीला शुक्ल विज्ञान के जबरदस्त हस्तक्षेप जन्म आ मृत्यु-दूनू में भइल बा। एसे जन्म मृत्यु के अवधारणा आ जीवन दर्शन पर त असर पड़ले बा सामाजिक संरचाना आ जीवन मूल्य पर भी बहुत असर पड़ल बा। जन्म नियंत्रण के तमाम कृत्रिम उपकरण, सिजेरियन डिलीवरी, सरोगेसी, टेस्ट ट्यूब बेबी, लाइफ सपोर्टिंग सिस्टम जइसन […]
मात दिहल मिरतू के

आवरण कथा चंद्रेश्वर मिरतू के एगो विकल्प स्मृतियो ह, हो सकेला। केहू मरियो के ज़िंदा रह सकेला, अपना प्रियजन के स्मृति में। ई स्मृति एगो अइसन गहिरारे तहखाना आ कि भंडारखाना ह जवना में सबकिछु समा जाला। ई ओह में समा के दिन प दिन अवरू निखरत आ चमकत जाला। एकर रंग गाढ़ चटख होत […]
जातस्य हि ध्रुवो मृत्युः ध्रुवं जन्म मृतस्य च

आवरण कथा मार्कण्डेय शारदेय सृष्टि के संरचना अतना वैज्ञानिक आ व्यावहारिक बा कि पारिस्थितिकी के बदौलत हर उपज आपन पहचान कराके, कुछ लेके, कुछ देके भावी पीढ़ी खातिर रास्ता स्वतः छोड़ देला। जानि के त केहू ना मरे, बाकिर काल अपना सफाई अभियान में ले लेला। एही में कवनो-कवनो गर्भस्थ, शिशु, पौगण्ड, किशोर, युवा आ […]
मृत्यु के रहस्य

आवरण कथा विनय बिहारी सिंह मृत्यु के लेके मन मे जौन डर रहेला ओकरे के दूर करे खातिर हमनी के वेद-पुराण बाड़े सन। बाकिर हमनी का लगे समय नइखे कि एह अमृत ज्ञान के पढ़ीं जा। सबकेहू के अपना जीवन में दू गो किताब जरूरे पढ़े के चाहीं- कठोपनिषद् आ भगवद्गीता। एह किताबन में अमृत […]
संसार एगो रंगमंच ह आ हमनी के कठपुतली

आवरण कथा ज्योत्स्ना प्रसाद मृत्यु एक महायात्रा ह। महा प्रस्थान ह। महा निद्रा ह। जइसे हम काम कइला के बाद सैर-सपाटा पर जाइले। वइसे ही हम मृत्यु के बाद अनन्त जीवन-सागर में गोता लगावे खातिर एक मनोरम प्रदेश के महायात्रा पर निकल जाइले। आज हम ओकर मात्र कल्पना भर कर सकेनी; अपना अनुभव के एहसास […]
जनम आ मृत्यु के विज्ञान

आवरण कथा राय यशेन्द्र प्रसाद जीवन-भर के सब कइल-धइल, सोचल, इच्छा, चाह, मोह, अनुभव सब मरे के बेरा एक फिलिम के नियर एक झटका में कौंध जाला आ ओकरे सार के रूप में मन में भाव उत्पन्न होला। उहे भाव में स्थित प्राण देह से निकल जाला। ठीक ओइसहीं जइसे रात में बिछवना पर कवनो […]