पुतिन के सनक आ जेलेंस्की के जिद के भेंट चढ़ल यूक्रेन

अनुरंजन झा रूस आ यूक्रेन के बीच के युद्ध तीसरा हफ्ता में आ गइल बा लेकिन का मजाल कि दूनू देश में कवनो जाने टस से मस हो जाए लो। एतना त तय बा कि हमला करे से पहिले रुस के इ बात के अँदाजा ना रहल होई कि इ लड़ाई एतना लंबा खिंची। खाली […]
रूस-यूक्रेन युद्ध में लउकत बा देस विघटन के मलाल

डॉ० रंजन विकास युद्ध कवनो नया चीज नइखे। जब से एह धरती प सृष्टि भइल, तबे से युद्ध चलल आ रहल बा। इहो बात सही बा जे देस, काल आ परिस्थिति के हिसाब से समय-समय प ओकर रूप-सरुप बदलत रहेला। युद्ध कवनो समस्या के समाधान ना हऽ। ई बात सभे जानेला आ पहिलहूँ के लोग […]
जीति हारि से अलग रूस-यूक्रेन लड़ाई

उमेश चतुर्वेदी पुरनका जमाना में लड़ाई जब खाली मैदान में होत रहे, तब एगो पक्ष के जीत होत रहे आ दोसरका पक्ष हारत रहे। लेकिन आजु के जमाना के लड़ाई में जीते वाला पक्ष जीतियो के हारत लागेला आ हारल पक्ष आपना हारियो में जीतल बुझाला। दुनिया के दोसरकी बड़की महाशक्ति रूस के हमला में […]
रूस-उकरेन के लड़ाई में दुनिया पिसाई

ओमप्रकाश अश्क रूस-उकरेन के लड़ाई के खाली दू देस के लड़ाई ले नइखे रह गइल। अब एने-ओने दू खेमा बन गइल बा। भारत-चीन जइसन देस चुप्पी साध लिहले बाड़े सन। जवनी गंतिया उकरेन पर रूस चढ़ बइठल बा, ओकरा से ई अब साफ बुझाये लागल बा कि जीत रूसे के होई। बाकिर एह लड़ाई में […]
लंदन में जब पुआ पाकल

मनोज भावुक सोरह साल हो गइल। सोरह साल सुन के त बहुत लोग के मन बासंती हो जाला। सोरहवा साल पर त ना जाने केतना फ़िल्मी गीत बा। बॉलीवुड में गीत गूँजल कि ‘’सोलह बरस की बाली उमर को सलाम’’ त भोजीवुड में गाना बनल, ‘’सोरहे में सुन्नर सामान भइलू’’ .. सोरह पर हमरो एगो […]
उहो सुरूज तs आपने रहले: घर से दूर एगो घर में

डॉ. ( प्रोफेसर) अनिल प्रसाद बहुत उत्साहित आ भयभीत। अनजान जगह आ अनजान लोग, नया परिवेश, नया देस, नया भेस आ बोली, एक अलग संस्कृति। बाबा के खुशी, आँख में चमक, चेहरा पर मुस्कराहट – हमरा मन में उहाँ के कहल बात – हथुआ राज के कचहरी के घंटाघर के लेखा बाजत रहे – ‘लागल […]
भोजपुरी एसोसिएशन ऑफ युगांडा

मनोज भावुक भूमध्य रेखा पर बसल पूर्वी अफ्रिका के एगो छोट देश युगाण्डा (UGANDA ) अपना पूर्व राष्ट्रपति इदी अमीन के क्रूर, खौफनाक, तानाशाही आ आदमखोर चरित्र के चलते विश्व के मानस पटल पर ओही तरे छा गइल, जइसे हिटलर के चलते जर्मनी आ ओसामा बिन लादेन के चलते अफगानिस्तान। इदी अमीन के चलते युगाण्डा […]
ईयाद रिपब्लिकन ऑफ यमन के

ज्योत्स्ना प्रसाद जवाना घड़ी हमार शादी भइल, ओह घड़ी हमार पासपोर्ट अभी बनल ना रहे। पासपोर्ट खातिर अप्लाई कइला से पासपोर्ट हाथ में अइला तक करीब-करीब दू महीना के समय लाग गइल। पासपोर्ट बनते हमार पति छुट्टी लेके अइलन आ हम उनके साथे रिपब्लिकन ऑफ यमन आ गइनीं। जब कभी कवनों अइसन प्रसंग चलेला त […]
काबुल के मोरचावालू

डॉ० ब्रज भूषण मिश्र – ” हई देखबे नू काबुल के मोरचावालू के चटकवाही! अइसन मरद त देखबे ना कइनी।” – ” तू का जानो बड़का इमदी कइसन होखता है। तोहरा नइहर में एको गो बड़का इमदी पैदे नहीं हुआ।” – ” आ मार बढ़नी रे ! बड़का अदमी रउआ इहाँ पैदा होखत होइहें। हमरा […]
“भोजपुरी पत्रकारिता के विकास-यात्रा”

लेखक: पांडे कपिल पत्र-पत्रिकन में भोजपुरी के प्रवेश के स्थिति तब बनल, जब कि भारतेन्दु मंडली के कुछ भोजपुरी भाषी साहित्यकार भोजपुरी में रचना करे लगले। रामकृष्ण वर्मा ‘बलवीर’, तेगअली ‘तेग’, खड्ग बहादुर मल्ल आ फेर, आगे चलके, दूधनाथ उपाध्याय, रघुवीर नारायण जइसन कवियन के भोजपुरी रचनन के प्रकाशन से लोगन के ध्यान भोजपुरी साहित्य […]