हमनी के रजिंदर बाबू

संपादक- मनोज भावुक 26 नवम्बर 1949 के भारत के संविधान बनके तइयार भइल, लागू भइल 26 जनवरी 1950 के। कादो, विश्व के सभ संविधान के अध्ययन कके व्यापक विचार-विमर्श के बाद भारतीय संविधान तइयार भइल। संविधान निर्माण खातिर संविधान के प्रारूप समिति के 141 गो बइठक भइल आ एह तरह से 2 बरिस 11 महिना […]
ए छठी मईया, सुनि लs अरजिया हमार

संपादक- मनोज भावुक हमरा बुझाला जे छठी मईया के भोजपुरी गाना बहुत पसंद बा। उ हर अरज गीतवे में सुनबे करेली। घर से घाटे निकले से लेके, घाट पर भर पूजा चाहे घाट से लौट के कोशी भरे या फेर भोरे अरघ देवे तक उहे– तिले-तिले गीत। गायको लोग ई बात बुझ गइल बा। दे […]
गिरमिटिया : सियाह रात के सोनहुला भोर

संपादक- मनोज भावुक पहिलहूँ लिखले बानी। फेर कहsतानी। बिहार में का बा, यूपी में का बा, बम्बई में का बा, इण्डिया में का बा, उनका में का बा, इनका में का बा…. त ए जिनिगिये में का बा ??? .. आ जब कतहूँ कुछ हइलहीं नइखे तब हाय-हाय में का बा ? हमनिये के पूर्वज […]
एह दशहरा में कवनो पुतला ना …

संपादक- मनोज भावुक एगो त घर में तनाव बा। बाहर कुक्कुर बोलsतारs सन। इन्हनीं के टेंशन त देलहीं बाड़न स, तवना में कउवन के काँव-काँव अलगे चल रहल बा। एही में बिहार में चुनाव बा। नारा से बेसी भोजपुरी गाना गूँजsता। कोरोना के चलते जे बेरोजगार भइल बा ओकरा असहीं अंघी नइखे लागत। भोर के […]
गाँधी जी के भोजपुरी कनेक्शन

संपादक- मनोज भावुक ई गाँधी जी के भोजपुरिये कनेक्शन बा कि 40 पेज के ई-पत्रिका के पहिलके अंक 152 पेज के महात्मा गाँधी विशेषांक बन गइल तबो मन ना भरल। फेर एगो विशेषांक रउरा हाथ में बा। विशेषांक का ? एकरा के विशेषांक पर विशेषांक कहीं। साँचों, इहो गजबे संजोग बा गाँधी जी के पुण्यतिथि […]
मुंबई में का बा ? …. त बिहारे में का बा ?

संपादक- मनोज भावुक सउँसे देश में शोर बा- मुंबई में का बा ? फ़िल्मकार अनुभव सिन्हा अउर अभिनेता मनोज वाजपेयी के जवन भोजपुरी रैप सगरो गूँजता, ओकर बोल बा – मुंबई में का बा ? डॉ. सागर के लिखल ह। हमार सवाल बा कि बिहारे में का बा ? पूर्वांचल में का बा ? अगर […]
‘’हम भोजपुरिआ‘’ भइल ‘’भोजपुरी जंक्शन’’

संपादक- मनोज भावुक ” भोजपुरी जंक्शन ” ! इहे नाम मिलल ह। ” हम भोजपुरिआ ” से शुरुआत भइल 30 जनवरी 2019 के, गाँधी जी के पुण्यतिथि पर। पहिला अंक महात्मा गाँधी के समर्पित…’’ महात्मा गाँधी विशेषांक ’’…150 पेज के। पत्रिका त चालीसे पेज के बा। बाकिर गाँधी जी के 150वीं जयंती रहे त मन […]
खुद के लवना के तरह रोज जरावत बानी…

संपादक- मनोज भावुक पेट में आग त सुनुगल बा रहत ए भावुक खुद के लवना तरह रोज जरावत बानी कोरोना महामारी जब फइलल त एकर पड़े वाला असर प खूब बतकूचन होत रहे… बाकिर जइसे-जइसे दिन बीते लागल बतकूचन खतम हो गइल आ ओकर असर साक्षात सामने लउके लागल। अब हालात ई बा कि कंपनी-कॉर्पोरेट […]
हम भोजपुरिआ अउर भगवान राम

संपादक- मनोज भावुक हम भोजपुरिआ के अब ले दू गो अंक राम पर निकल चुकल बा। राम से बड़ हीरो के बा? बच्चा से लेके बूढ़ सबके महानायक राम। सबके आस्था के प्रतीक राम। भोजपुरी क्षेत्र के हर दूल्हा राम। हर दुलहिन सीता। सबसे बड़का मंत्र जय श्रीराम आ जय हनुमान। जनम से लेके मृत्य […]
कहीं, ओली के मुँह में चीन के जुबान त नइखे …

संपादक- मनोज भावुक ओली के बोली सुन के इतिहास के पन्ना फड़फड़ाता। हिंदुस्तान त छोड़ीं नेपाले में हड़कंप मच गइल बा। लोग बाग़ अचरज में बा कि ओली के कहिया से राम बुझाये लगलें। कुछ लोग उनका मुँह के जाँच करावे के माँग करsता। कहीं उनका मुँह में चीन के जुबान त नइखे। नेपाल आ […]