संजय कुमार पांडेय सिद्धांत केहू के असरा मत करिह, बस करिह अपना बल के। कोई भी देश के प्रमुख के ई पहिला…
Hum Bhojpuria
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तारकेश्वर राय तारक समय बड़ा बलवान होला, ई कब केकरा सामने कवना रूप में आई कहल मोसकिल बा। देखीं ना कुछ समय…
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राजेश पाण्डेय “मन धक् से हो गइल बा युद्ध के नाम सुनते कब ले चली दुनिया में ये आपसी वर्चस्व के लड़ाई”…
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गणेश दत्त पाठक रूस यूक्रेन जंग के जंग शुरू भइले काफी दिन हो गइल लेकिन अभी जंग खतम होखे के कौनो संकेत…
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अखिलेश्वर मिश्र युद्ध कवनों भी स्थिति में समस्या के समाधान ना ह। युद्ध समस्या बढावेला। ई विश्व के कई तरह से प्रभावित…
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हरेन्द्र कुमार पाण्डेय 3 मार्च, 2022 के बिहार के मुख्यमंत्री के एगो बयान खूब चर्चा में आइल। उ साफतौर पर कहले जे…
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मंजूश्री जब कवनो देश के मूढ़ मू़र्ख हठी अनुभवहीन नकलनवीस शासक मिल जाला तब तबाही बरबादी के मंजर देखे के मिलेला। युक्रेन…
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अजय कुमार पांडेय लइकाई में हमनी के गोल में जौन सबसे खुराफाती लइका रहे, ओकर काम रहे कौनो के कौनो के लड़ा-भिड़ा…
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मनोज भावुक रूस यूक्रेन युद्ध के चलत सवा महीना से ऊपर हो गइल बा अउरी यूक्रेन के हजारो नागरिक आ दुनू ओर…
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यशेन्द्र प्रसाद भगवान् बुद्ध कहले – “तथागत सिखावेले कि हर युद्ध, जेकरा में एक मानुस दोसरा मानुस के बध करेला, शोचनीय ह। लेकिन तथागत ई कबो ना सिखावेले के शांति बनावल रखे के हरसंभव परयास जब बिफल हो जाओ त न्यायसंत युद्ध करे वाला के निंदा होखो। जे युद्ध के कारण पैदा करेला ऊ अवश्य दोषी होला।” (17) ” तथागत स्वार्थ के पूर्ण समर्पण करे के अवश्य सिखावेले। लेकिन तथागत गलत शक्ति के सामने कवनो चीज के समर्पण करे के शिक्षा ना देले, चाहे ऊ शक्ति मानुस हो, देवता हो भा प्राकृतिक तत्त्व होखो। संघर्ष त रही, काहे कि समूचा जीवने कवनो ना कवनो तरह के संघर्षे ह, लेकिन संघर्ष करे वाला कहीं ऊ सत्य आ सदाचार के खिलाफ त स्वार्थ के संघर्ष नइखे करत !” (18) “हे सिंह!जे युद्ध में न्यायसंगत उद्देश्य खातिर जाता ओकरा शत्रुअन के बध करे खातिर तैयार रहे के चाहीं। काहे कि योद्धा लोगन के इहे नियति ह, आ अगर ओकर नियति ओकरा के धर लेले बा तब शिकायत करे के कवनो कारणे नइखे।” (22) “जे न्याय अउर सदाचार के पक्ष में बाटे ऊ कबो असफल ना होला, बलुक आपन उद्यम में सफल होला आ ऊ सफलता टिकाऊ भी होला।” (28) ” हे सेनापति ! ई सब समझ के तू युद्ध करs, आपन युद्ध शूरता से लड़s, लेकिन सत्य के योद्धा बन के ! तबे तथागत तहरा के असिरवाद दीहें !” (30) ( ‘धम्मपद‘ से ) xxxxxxxxxxxxxxxxxx यूक्रेन युद्ध के एक से एक…