भोजपुरी दुनिया के अमूल्य धरोहर बा ई अंक

राउर पाती भोजपुरी जगत के 27 गो साहित्यकार के जवन जीवनी भोजपुरी जंक्शन के अंक में प्रकाशित भइल बा, ऊ भोजपुरी दुनिया के अनमोल धरोहर बा। सदियन तक ई अंक भोजपुरी दुनिया के गरिमा के गौरव बढ़ावत रही आ नया पीढ़ी के स्वाभिमान के भी आधार बनत रही। एह अंक के रचनाकार सभे के लेखनी […]
चित्त त जिनगी, पट त मौत (अजय कुमार पांडेय)

संस्मरण अजय कुमार पांडेय माई होईत तब नु कुछ बोलित। ऊ त चल देले रहे आपन अंतिम जातरा पर। छन भर पहिले जे हमनी के बतकही में हुँकारी भरत रहे, उ सदा खातिर मौन हो गइल। केतना बारीक आ पलक झपकाई भर के दूरी बा जिनगी आ मौत में। पानी के बुलबुला ह जिनगी। […]
जन्म-मृत्यु से जुड़ल कुछ अजीबोगरीब रिवाज (अखिलेश्वर मिश्र)

रिवाज अखिलेश्वर मिश्र विश्व के कई देशन में मृत्यु के बाद संस्कार के अजीबोगरीब रिवाज प्रचलित बा। दक्षिणी अमेरिका के ब्राजील, जवन विश्व के सबसे बड़ा चीनी उत्पादक देश मानल जाला, में ‘यानोमामी’ नाम के जनजाति बा। ये लोग पर आधुनिकता के दूर-दूर तक असर नइखे। इहाँ मरेवाला आदमी के बड़ा अजीब प्रकार से […]
अन्तिम बिदाई (निशा राय)

संस्मरण निशा राय बाहरी सुख-संपत से भरल-पूरल परिवार पर दुख के पहाड़ तब टूटल जब 2006 अंतिम चरण में पता चलल कि पापा जी के कैंसर जइसन रोग जकड़ लेहले बा। डेढ़ साल ले त पापा जी बड़ी ढिंठाई से ओकरा से लड़नी बाकिर धीरे-धीरे बेमारी बरियार आ उहाँ का कमजोर परत गइनी। जइसे-जइसे […]
अवघड़ का संगे एगो रात (जयशंकर प्रसाद द्विवेदी)

संस्मरण जयशंकर प्रसाद द्विवेदी अचके में हमार नींन खुलल अउर हम अपना के अवघड़ बाबा के संगे सड़क पर पवनी। बाबा अपना भारी भरकम आवाज में आदेश सुनवलन, चुपचाप संगे चलत रह बचवा। बाबा आगे-आगे अउर हम उनका पाछे-पाछे चल देहनी। हमरा गाँव के नियरे जंगल बा। बाबा जंगल के ओरी बढ़े लगलन। आउर हमार […]
दुनिया में युद्ध ना बुद्ध के दरकार बा

मनोज भावुक अगर अन्हरिया से अँजोरिया के तरफ बढ़े के बा त आपन धरती आ आकाश बढ़ावे के पड़ी। आपन सुरुज खुद उगावे के पड़ी। तबे भीतर अँजोर होई। राउर आपन औरा (आभा) बनी। मन खुश रही। जीवन मजबूती से जीयब आ बोध के क्षमता बढ़ी। हम बुद्धि के बात नइखीं करत, बोध के बात […]
युद्ध कब खतम होई ?

दीपक कुमार यूक्रेन आउर रूस के बीच चल रहल युद्ध के बारे में ज्योतिषीय विश्लेषण आज सम्पूर्ण विश्व के सामने एकही सवाल बा कि यूक्रेन आउर रूस के बीच चल रहल युद्ध कब समाप्त होई ? हमरा परिचित लोग के कईगो फोन आइल कि रउवा ई बताईं कि युद्ध कब खत्म होई; हमार स्पष्ट उत्तर […]
रूस-यूक्रेन युद्ध के कहानी अभिषेक उपाध्याय के जुबानी

अभिषेक वत्स : पहिले त सर, भोजपुरी जंक्शन टीम राउर स्वदेश वापसी पर रउआ के स्वागत करत बा अउर राउर हिम्मत खातिर सलाम करत बा। अभिषेक उपाध्याय : बहुत बहुत धन्यवाद अभिषेक जी। अभिषेक वत्स : पहिला सवाल ई बा कि रउआ आपन एगो रिपोर्ट में जिक्र कइले बानी कि युद्ध के सबसे ज्यादा बुरा […]
राउर पाती

सामग्री संकलनीय बा ‘भोजपुरी जंक्शन’ पत्रिका बहुत अच्छा निकल रहल बिआ। आरोही जी पर संस्मरण बहुत विस्तृत आ सटीक लागल। भोजपुरी साहित्यकारन के बारे में लिखल सामग्री संकलनीय बा। संपादक दल के बहुत-बहुत बधाई । अंकुश्री, पटना सकारात्मक संपादन आ समाज-उन्मुख पत्रकारिता के ई निकहा उदाहरन बा एह संपादकीय के कथ्य समस्या गिनावत खलसा हाहाकारी […]
राउर सनेस

संपादकीय के लास्ट वाला शेरवा त करेजा में घुस गइल। दु तीन बेर पढनी ह, संपादकीय, बाकिर मन ना भरल ह।बहुते नीक लागल। विनोद कुमार सिंह, कोलकाता सत्कार्य खातिर हृदय से धन्यवाद। डॉ. महामाया प्रसाद विनोद, पटना बहुत सुंदर आ सार्थक पहल। डॉ. रंजन विकास, पटना थाती अंक भइल ई। बढिया काम भइल। बधाई। सौरभ […]