चीन तू अइसन काहे कइलs ?

      लेखक : आर. के. सिन्हा एक तरफ त संउसे विश्व कोरोना से दिन-रात लड़ाई लड़ रहल बा त दूसरा तरफ अमेरिका आ चीन शीतयुद्ध के रूख अख्तियार क रहल बा। सबसे पहिले डोनाल्ड ट्रम्प चीन के साथे पक्षपात आ चीन के तरफदारी के आरोप लगा के विश्व स्वास्थ्य संगठन के आर्थिक सहायता […]

आखिर के के दीहल मौत के सौदागर तब्लीगी जमात के संरक्षण ?

लेखक – आर. के. सिन्हा  जब तब्लीगी जमात के काला करतूतन के काला चिट्ठा खुलो त ओह राजनेतन आउर स्थानीय निकाय के बाबू लोगन के भी छोड़ल ना जाव जे तब्लीगी जमात के आपन खुला खेल खेले के अनुमति देले रहे। ओह राजनेतन के नाव जाहिर होखे के चाहीं जे तब्लीगी जमात के बेशर्मी के […]

लोक बनवले बा बाबू कुँवर सिंह के इतिहास पुरुष

संपादक- मनोज भावुक कवनो चीज के कथा-कहानी के रूप में देखल आ ओकरा के भोगल दूनों दू गो बात ह। दूनों के मरम अलग होला। अबहीं सउँसे विश्व में कोरोना महामारी के प्रकोप बा। भारत में भी लॉक डाउन चलsता। लोग दहशत में बा। घर में कैद बा। केहू के बाल-बच्चा कहीं फँसल बा त […]

पाती

बहुते मनगर अंक सोझा आइल बा राम भारत के लोक, लोक के मरम आ लोक के धरम के पहिचान हवे।  लोक के मनोबिग्यान प जइसन पकड़ राम के बा ओइसन करेड़ पकड़ आउर कवनो महापुरुख के नइखे बनल। भोजपुरिआ  समाज में राम के सगुन रूप प निरगुन रूप आ भाव के ढेर भारी जोर रहल […]

जारी बा कोरोना से जंग

लेखक : रवीन्द्र किशोर सिन्हा कहल जाला कि कष्ट आ संकट में पड़ोसी सब के एक-दोसरा के संगे खाड़ हो जाए के चाहीं। संकट के स्थिति में पुरान गिला-शिकवा भुला देवे के चाहीं। दुनिया में आतंक अउर भय के पर्याय बन चुकल “कोरोना वायरस” सार्क देशन के एक बेर फेर साथे खड़ा क देले बा। […]

कोरोना काल में रामायण क्रांति

संपादक – मनोज भावुक टेलीविजन प टीकर चलsता कि लॉकडाउन में संयम सिखावे अइले श्रीराम। लक्ष्मण रेखा में रहे के मर्यादा सिखइहें श्रीराम। दरअसल कोरोना महामारी के खिलाफ पूरा देश में  25 मार्च से 21 दिन के जवन लॉकडाउन भइल बा, ओह में 28 मार्च से दूरदर्शन पर सुबह-शाम रामानंद सागर कृत रामायण के प्रसारण […]

राउर पाती

अइसन समुहतांके ना देखनी : वैचारिक संपदा से लबरेज ‘हम भोजपुरिआ‘ मान्यवर, रोज-रोज के प्रणाम। पाक्षिक ई-पत्रिका ‘हम भोजपुरिआ’ के समहुतांक के संपादकीय बढ़िया लागल। आजु के दौर में अइसे त भोजपुरी भाषा के बहुत पत्रिका निकल रहल बाड़ी स। आ ओकरा माध्यम से नीमन-नीमन कामो हो रहल बा। बाकिर दुख एह बात के बा […]

शहनाई के शहंशाह ‘भारत रत्न’ बिस्मिल्लाह खा

जयंती विशेषः जन्म : 21 मार्च, 1916 मृत्यु : 21 अगस्त, 2006  लेखक : डॉ. सुनील कुमार पाठक बिहार के सपूत बिस्मिल्लाह खां के जन्म बक्सर जिला के डुमरांव के पटवा टोली में भइल रहे। साहित्य, संगीत आउर कला के भरपूर सम्मान आ राज्याश्रय प्रदान करेवाला डुमरांव के महाराज बिस्मिल्लाह खां के परदादा जनाब पीरबक्श […]

‘हमार काशी आ गंगा ले आ दऽ, अमेरिके में बस जाइब’

जयंती विशेषः जन्म : 21 मार्च, 1916। मृत्यु : 21 अगस्त, 2006 लेखक : अतुल कुमार राय ऊ 1982 के साल रहे। अमेरिका के एगो बड़ शहर में उस्ताद बिस्मिल्लाह खां के कार्यक्रम भइल रहे। ओहिजा ढेर अमेरिकी-भारतीय रहलन। ऊ लोग मिल के उस्ताद से जिद करे लगले कि रउरा एहिजे रह जाईं। हालांकि उस्ताद […]

‘पाकिस्तान जिंदाबाद’ के नारा लगावे वालन के सिखावे के पड़ी सबक

लेखक: रवीन्द्र किशोर सिन्हा मन भलहीं नइखे करत कहे के बाकिर कहहीं के पड़ी कि भारत बड़ा तेजी से बदल रहल बा। अब अपना देश में ‘पाकिस्तान जिंदाबाद’ के नारा लगावे वालन के तादाद कम नइखे रह गइल, बलुक बढ़ल बा। अबहीं कुछ दिन पहिलहीं बेंगलुरु में पाकिस्तान जिंदाबाद के नारा लगावे वाली 19 साल […]