कइसे पाक एंबेसी बनल भारत के जासूसी के अड्डा

  आर.के. सिन्हा इस्लामाबाद के भारतीय उच्चायोग के दू गो वरिष्ठ कर्मी के पाकिस्तान में जवना बेशर्मी से कुछ दिन पहिले प्रताड़ित कइल गइल, ओकरा बाद भारत सरकार के दिल्ली स्थित पाक उच्चायोग के कर्मचारियन के संख्या में 50 फीसदी कमी करे के आदेश सर्वथा उचित बा। अब इ एकदम साफ हो गइल बा कि […]

वुहान बने के कगार पर दिल्ली-मुम्बई

आर. के. सिन्हा कोरोना संक्रमण के मात देवे खातिर भइल लॉकडाउन के बाद, मज़बूरी में अब धीरे धीरे बाजार दफ्तर अउर दोसर कामकाज शुरू होखे लागल बा। बाकिर, ओकर रफ़्तार बहुत धीमा बा। ई त होखही के रहें। वैश्विक महामारी के चपेट में आवे के कारण आम चाहे खास सभ के कमाई पर भारी असर […]

चीन के टेंटुआ दबावे के सही वक्त

  लेखक : आर. के. सिन्हा दुनिया भर के कोविड-19 जइसन भयानक संक्रमण देवेवाला चीन तनिको बाज नइखे आवत। उ अब भारत से टकराये के मूड में लागत बा। ओकर सेना लद्दाख में वास्तविक नियंत्रण रेखा (एल ए सी) पर पैंगोंगतसो (झील) अउर गालवन घाटी में आपन सैनिक के संख्या अउर गतिविधि बढ़ा देले बा। […]

मौत के दौर में सोनिया के सियासत

आर.के. सिन्हा   अफसोस कि जब देश के कोरोना वायरस संक्रमण आ एह से पैदा भइल समस्यन से एक साथ मिलके लड़े के चाहीं, तब भी अपना देश में ओछा राजनीति हो रहल बा। लागsता कि मौत आ लाश के खबर देखियो सुनके कुछ नेता लोग में मनुष्यता नइखे जागत। उनका त बस सस्ता सियासत […]

चीन तू अइसन काहे कइलs ?

      लेखक : आर. के. सिन्हा एक तरफ त संउसे विश्व कोरोना से दिन-रात लड़ाई लड़ रहल बा त दूसरा तरफ अमेरिका आ चीन शीतयुद्ध के रूख अख्तियार क रहल बा। सबसे पहिले डोनाल्ड ट्रम्प चीन के साथे पक्षपात आ चीन के तरफदारी के आरोप लगा के विश्व स्वास्थ्य संगठन के आर्थिक सहायता […]

आखिर के के दीहल मौत के सौदागर तब्लीगी जमात के संरक्षण ?

लेखक – आर. के. सिन्हा  जब तब्लीगी जमात के काला करतूतन के काला चिट्ठा खुलो त ओह राजनेतन आउर स्थानीय निकाय के बाबू लोगन के भी छोड़ल ना जाव जे तब्लीगी जमात के आपन खुला खेल खेले के अनुमति देले रहे। ओह राजनेतन के नाव जाहिर होखे के चाहीं जे तब्लीगी जमात के बेशर्मी के […]

जारी बा कोरोना से जंग

लेखक : रवीन्द्र किशोर सिन्हा कहल जाला कि कष्ट आ संकट में पड़ोसी सब के एक-दोसरा के संगे खाड़ हो जाए के चाहीं। संकट के स्थिति में पुरान गिला-शिकवा भुला देवे के चाहीं। दुनिया में आतंक अउर भय के पर्याय बन चुकल “कोरोना वायरस” सार्क देशन के एक बेर फेर साथे खड़ा क देले बा। […]

‘पाकिस्तान जिंदाबाद’ के नारा लगावे वालन के सिखावे के पड़ी सबक

लेखक: रवीन्द्र किशोर सिन्हा मन भलहीं नइखे करत कहे के बाकिर कहहीं के पड़ी कि भारत बड़ा तेजी से बदल रहल बा। अब अपना देश में ‘पाकिस्तान जिंदाबाद’ के नारा लगावे वालन के तादाद कम नइखे रह गइल, बलुक बढ़ल बा। अबहीं कुछ दिन पहिलहीं बेंगलुरु में पाकिस्तान जिंदाबाद के नारा लगावे वाली 19 साल […]

प्रायोजित बा नागरिकता संशोधन अधिनियम पऽ विरोध

लेखक: आर. के. सिन्हा नागरिकता संशोधन अधिनियम (सीएए) जब से संसद के दूनू सदन से पारित भइल बा, बस विरोधे विरोध देखे के मिल रहल बा। एकरा में कवनो शक नइखे कि सीएए के खिलाफ चल रहल सभ प्रदर्शन सिर्फ आ सिर्फ राजनीतिक साजिश से प्रेरित बा। अल्पसंख्यकन से एकदम दूर हो चुकल कांग्रेस शाहीन […]

जल अउर जंगल से ही बची जिनगी

लेखक:रवीन्द्र किशोर सिन्हा   देशभर में व्याप्त चौतरफा नकारात्मक वातावरण से हट के, बिहार ‘जल जीवन हरियाली‘ के अहम जरूरत पऽ  एगो महत्त्वपूर्ण अभियान शुरू क के, देश के निश्चय ही एगो नया दिशा देखावे के सकारात्मक प्रयास कइले बा। —————- जलवायु परिवर्तन के मुद्दा पऽ सार्थक पहल क के देश आ दुनिया के सामने, […]